दामाद से माँ तक
एक समय था जब इस
संसार में कई लोगों का दृढ़ विश्वास था की धरती ही इस सृष्टी का केंद्र है. सारे
ग्रह, सूरज, तारे धरती के चारों ओर चक्कर लगाते हैं. अगर कोई यह कहने का साहस करता
कि ऐसा नहीं है तो ऐसे अपधर्मी को या तो मृत्युदंड मिलता या काल-कोठरी.
आज कांग्रेस पार्टी
की भी यही दशा है. उनके लिए देश की राजनीति का केंद्र गांधी परिवार है और उनका अटल
विश्वास है कि सारी राजनीति और सारे राजनेता गांधी परिवार के चारों ओर चक्कर लगा
रहे हैं.
इस कारण जब मोदी ने
सिलिकॉन वैली में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए अपने भाषण में दामाद
शब्द का प्रयोग किया तो कांग्रेस के नेता आग-बबूला हो गये.
मोदी ने कहा था कि “........हमारे
देश में राजनेताओं पर कुछ ही समय में आरोप लग जाते है इसने पचास करोड़ बनाया, उसने
सौ करोड़ बनाया, बेटे ने ढाई सौ करोड़ बनाया, बेटी ने पाँच सौ बनाया, दामाद ने हज़ार
करोड़ बनाया, चचेरे भाई ने कॉन्ट्रैक्ट ले लिया, मौसेरे भाई ने फ्लैट बनाया, यह
सुनने को मिलता है या नहीं मिलता......”
पहली बात, मोदी ने
किसी एक राजनेता या उसके परिवार पर आरोप नहीं लगाये. दूसरी बात, यह एक कटु सत्य है
कि जीप कांड (जो १९४८ में घटा) से लेकर कोल स्कैम (२०१२/१३) तक राजनेताओं के विरुद्ध आरोप लगते रहे हैं. अगर
हर आरोप की निष्पक्ष जांच हुई होती तो पता चलता कि किस राजनेता के कौन-कौन संबंधी भी
आरोपों के घेरे में हैं, दुर्भाग्य है कि जैसी जांच जीप कांड की हुई ऐसी ही जांच
अन्य आरोपों की हुई. अगर किसी मामले में जांच हुई भी तो सिर्फ कोर्ट के निर्देशों
पर, फलस्वरूप आरोप तो कई लोगों के विरुद्ध लगे पर जेल में इक्का-दुक्का लोग ही
गये.
एक बात जो समझ से
परे है वह कांग्रेस का इस तरह तिलमिला जाना. ऐसा लगता है कि ‘भ्रष्टाचार’ शब्द
उन्हें डरा देता है और सब के सब कांग्रेस नेताओं को लगता है कि गांधी परिवार पर ही
आरोप लगाये जा रहें. ऐसा संदेह होता कि जैसे वह किसी असुरक्षा की भावना से ग्रस्त
है. ऐसा क्यों है कहना कठिन है. क्या वह जानते हैं कि जिन आरोपों की लोग चर्चा
करते हैं वह आरोप पुरी तरह निराधार नहीं हैं और वह यह भी जानते हैं कि मोदी को भी
अब इस बात की जानकारी है.
मोदी की माँ के
संबंध में जो शब्द कांग्रेस के नेताओं ने किये हैं वह दुर्भाग्य पूर्ण हैं, मोदी
का अपमान करने के बजाये वह एक मां का अपमान कर रहे हैं, और अगर मोदी स्वयं झूठ बोल
कर माँ का अपमान कर रहे हैं तो यह कांग्रेस की समस्या नहीं है, कांग्रेस के लोग क्यों
गटर के लेवल तक पहुंचना चाहते हैं.
सत्ता को लोभ मनुष्य
को कितना गिरा देता है आज की राजनीति इसका जीता जागता प्रमाण है.